ईर्यापथदंडक
From जैनकोष
दोनों पैर बराबर करके जिन प्रतिमा के सामने खड़े होना और हाथ जोड़कर ईर्यासमिति से संबंधित पाठ का मन्द स्वर से उच्चारण करना । हरिवंशपुराण 22.24
दोनों पैर बराबर करके जिन प्रतिमा के सामने खड़े होना और हाथ जोड़कर ईर्यासमिति से संबंधित पाठ का मन्द स्वर से उच्चारण करना । हरिवंशपुराण 22.24