कूवर
From जैनकोष
एक सुन्दर नगर । वनवास के समय राम, लक्ष्मण और सीता यहाँ आये थे । ये यहाँ बालखिल्य राजा की पुत्री कल्याणमाला से मिले । उसने जब सिंहोदर द्वारा अपने पिता के बन्धन की बात कही तो राम ने उसे आश्वादन दिया और बालखिल्य को बन्धन मुक्त कराया । पद्मपुराण 33.332, 34.1-57, 91