जनपद
From जैनकोष
ध.13/5,5,63/335/5 देसस्स एगदेसो जणवओ णाम, जहा सूरसेणगान्धार-कासी-अवन्ति-आदओ। =(अंग, बंग आदि देश कहलाते हैं) देश का एकदेश जनपद कहलाता है। यथा–शूरसेन, गान्धार, काशी, अवन्ती आदि।
ध.13/5,5,63/335/5 देसस्स एगदेसो जणवओ णाम, जहा सूरसेणगान्धार-कासी-अवन्ति-आदओ। =(अंग, बंग आदि देश कहलाते हैं) देश का एकदेश जनपद कहलाता है। यथा–शूरसेन, गान्धार, काशी, अवन्ती आदि।