बहुमित्र
From जैनकोष
सुजन देश में हेमाभनगर के राजा दृढमित्र का द्वितीय पुत्र । यह गुणमित्र का अनुज, सुमित्र और धनमित्र का अग्रज, हेमाभा का भाई तथा जीवन्धर का साला था । यह अनेक विद्याओं में निपुण था । महापुराण 75.420-430
सुजन देश में हेमाभनगर के राजा दृढमित्र का द्वितीय पुत्र । यह गुणमित्र का अनुज, सुमित्र और धनमित्र का अग्रज, हेमाभा का भाई तथा जीवन्धर का साला था । यह अनेक विद्याओं में निपुण था । महापुराण 75.420-430