मार्ग सम्यक्त्व
From जैनकोष
== सिद्धांतकोष से == देखें सम्यग्दर्शन - I.1।
पुराणकोष से
सम्यक्त्व का दूसरा भेद । यह परिग्रह-रहित निश्चैल और पाणिपात्रत्व लक्षण वाले मोक्षमार्ग को सुनकर उसमें उत्पन्न श्रद्धा से होता है । महापुराण 74.439-442, वीरवर्द्धमान चरित्र 19. 144