वैश्रवणदत्त
From जैनकोष
(1) विदेहक्षेत्र की पुण्डरीकिणी नगरी के निवासो सेठ सागरसेन की छोटी बहिन सागरसेना का पुत्र । इसकी एक बहिन थी जिसका नाम वैश्रवणदत्ता था । इसे इसी नगर के सेठ सागरसेन और देवश्री की पुत्री सागरदत्ता विवाही गयी थी । महापुराण 47. 189-199
(2) राजपुर नगर का एक सेठ । इसकी पत्नी आम्रमंजरी और पुत्री सुरमंजरी थी । महापुराण 75.314, 348
(3) भरतक्षेत्र के अंग देश की चम्पा नगरी का सेठ । इसकी स्त्री का नाम विनयवती तथा पुत्री का नाम विनयश्री थी । जम्बूस्वामी इसके जामाता थे । महापुराण 76.8,47-48