(1) सौधर्मेन्द्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25.100
(2) जरासन्ध का पुत्र । हरिवंशपुराण 52.33
पूर्व पृष्ठ
अगला पृष्ठ