अग्निप्रभदेव
From जैनकोष
(पद्मपुराण सर्ग ३९/७२) इस ज्योतिष देवने देशभूषण व कुलभूषण मुनियों पर घोर उपसर्ग किया। जो वनवासी राम व लक्ष्मण के आने पर शान्त हुआ।
(पद्मपुराण सर्ग ३९/७२) इस ज्योतिष देवने देशभूषण व कुलभूषण मुनियों पर घोर उपसर्ग किया। जो वनवासी राम व लक्ष्मण के आने पर शान्त हुआ।