पुद्गल का छठा भेद-पृथिवी आदि ऐसे स्कन्ध जो विभाजित किये जाने पर पुन: नहीं मिलते । महापुराण 24.153 वीरवर्द्धमान चरित्र 16.122, देखें पुद्गल
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