छत्रपति
From जैनकोष
आप एक कवि थे। कोका (मथुरा) के पद्मावतीपुरवार थे। कृतियाँ–
- द्वादशानुप्रेक्षा,
- उद्यमप्रकाश,
- शिक्षाप्रधान पद्य;
- मनमोदन पंचशती। समय–मनमोदन पंचशती की प्रशस्ती के अनुसार वि.1916 पौष शु.1 है। (मन मोदन पंचशती/प्र.सोनपाल/प्रेमीजी के आधार पर)।