अर्ककीर्ति
From जैनकोष
(महापुराण / सर्ग/श्लो.नं.) -भरत चक्रवर्ती का पुत्र था ४७/१८६-१८७। सुलोचना कन्याके अर्थ सेनापति जयसेन-द्वारा युद्धमें परास्त किया गया /४४/७१,७२,३४४-४५। गृहपति अकम्पन-द्वारा समझाया जानेपर `अक्षमाला' कन्याको प्राप्तकर सन्तुष्ट हुआ /४५/१०-३०। इसीसे सूर्यवंशकी उत्पत्ति हुई।
(पद्मपुराण सर्ग ५/४); (पद्मपुराण सर्ग ५/२६०-२६१) (हरिवंश पुराण सर्ग ३/१-७)।