संक्रांतकर्म
From जैनकोष
पुस्तकर्म के क्षय, उपचय और संक्रम (संक्रान्त) इन तीन भेदों में तीसरा भेद । साँचे आदि की सहायता से खिलौने आदि बनाना संक्रान्तकर्न कहलाता है । पद्मपुराण 24.38-39
पुस्तकर्म के क्षय, उपचय और संक्रम (संक्रान्त) इन तीन भेदों में तीसरा भेद । साँचे आदि की सहायता से खिलौने आदि बनाना संक्रान्तकर्न कहलाता है । पद्मपुराण 24.38-39