उपाय
From जैनकोष
राज्य विस्तार और प्रजा शासन के प्रयोजनों को सिद्धि का साधन । यह चार प्रकार का होता है― साम, दान, दंड और भेद । महापुराण 8.253, 68.62
राज्य विस्तार और प्रजा शासन के प्रयोजनों को सिद्धि का साधन । यह चार प्रकार का होता है― साम, दान, दंड और भेद । महापुराण 8.253, 68.62