चकार
From जैनकोष
राजा रवि के पश्चात् हुआ लंका का स्वामी । यह माया, पराक्रम और शौर्य से संपन्न राक्षसवंशी विद्याधर था । पद्मपुराण 5. 395-400
राजा रवि के पश्चात् हुआ लंका का स्वामी । यह माया, पराक्रम और शौर्य से संपन्न राक्षसवंशी विद्याधर था । पद्मपुराण 5. 395-400