चमरेन्द्र
From जैनकोष
मथुरा नगरी के राजा मधु को शूलरत्न देने वाला एक असुरेन्द्र । शत्रुघ्न द्वारा राजा मधु के मारे जाने पर अपने शूलरत्न को विफल हुआ देखकर इसने क्रोधवश मथुरा में महामारी रोग फैलाया था । इस उपसर्ग की शान्ति सप्तर्षिजनों के आगमन के प्रभाव से हुई थी । पद्मपुराण 6.12,90.1-4, 16-24, 92.9