भिंडिमाल
From जैनकोष
राम के समय का एक शस्त्र । माल्यवान् ने सोम राक्षस को इसी शस्त्र के प्रहार से मूर्च्छित किया था । पद्मपुराण 7.95-96, 12. 236, 58.34
राम के समय का एक शस्त्र । माल्यवान् ने सोम राक्षस को इसी शस्त्र के प्रहार से मूर्च्छित किया था । पद्मपुराण 7.95-96, 12. 236, 58.34