शीतलप्रसाद(ब्र.)
From जैनकोष
आप अग्रवाल जाति में गोयल गोत्री श्रावक श्री मक्खनलाल जी के सुपुत्र थे। आपका जन्म वि.सं.1835 ई.1878 में हुआ था। आपने अनेकों ग्रंथ रचे और समाज में बड़ा भारी काम किया। वास्तव में आपने इस अंधकारमय युग में ज्ञान का अद्वितीय प्रकाश किया। आप स्वयं अत्यंत विरागी व कर्मठ व्यक्ति थे। आपके लिए जैन समाज अत्यंत आभारी है। आपका मरण ई.1948 में हुआ था।