कर्णगोभि
From जैनकोष
ई.श. 7-8 के एक बौद्ध नैयायिक थे। इनने धर्मकीर्ति कृत ‘प्रमाणवार्तिक’ की स्ववृत्ति नाम की टीका लिखी है। ( सिद्धि विनिश्चय/35/ पं. महेंद्रकुमार)
ई.श. 7-8 के एक बौद्ध नैयायिक थे। इनने धर्मकीर्ति कृत ‘प्रमाणवार्तिक’ की स्ववृत्ति नाम की टीका लिखी है। ( सिद्धि विनिश्चय/35/ पं. महेंद्रकुमार)