अतिवेगा
From जैनकोष
विजयार्ध में दक्षिणश्रेणी के पृथिवीतिलकपुर अपर नाम धरणीतिलकनगर के राजा प्रियंकर अपर नाम अतिवेग की रानी इसका अपरनाम प्रियकारिणी था । महापुराण 59, 239-242, हरिवंशपुराण 27.91-92
विजयार्ध में दक्षिणश्रेणी के पृथिवीतिलकपुर अपर नाम धरणीतिलकनगर के राजा प्रियंकर अपर नाम अतिवेग की रानी इसका अपरनाम प्रियकारिणी था । महापुराण 59, 239-242, हरिवंशपुराण 27.91-92