असुरविजय
From जैनकोष
लोभ-विजय, धर्म-विजय और असुर-विजय इन तीन प्रकार के राजाओं मे तीसरे प्रकार के राजा । असुर विजय राजा को भेद तथा दंड के प्रयोग से वश में किया जाता है । रावण इसी प्रकार का राजा था । महापुराण 68.383-385
लोभ-विजय, धर्म-विजय और असुर-विजय इन तीन प्रकार के राजाओं मे तीसरे प्रकार के राजा । असुर विजय राजा को भेद तथा दंड के प्रयोग से वश में किया जाता है । रावण इसी प्रकार का राजा था । महापुराण 68.383-385