अंतरदीप
From जैनकोष
कुमनुष्यों (कुभोगभूमि के मनुष्यों) की निवासभूमि । चक्रवर्ती भरत का ऐसे अपन द्वीपों पर आधिपत्य था । महापुराण 37.65 । विंध्याचल के बीच भी संध्याकार में एक ऐसा ही द्वीप था जिसमें संध्याकार नाम का नगर था । यहाँ हिडंब वंश में उत्पन्न राजा सिंहघोष रहता था । इसकी पुत्री हृदय सुंदरी के साथ भीम का विवाह हुआ था । हरिवंशपुराण 45.114-118