आक्षेपिणी
From जैनकोष
कथा का एक भेद । वक्ता अपने मत को स्थापना के लिए दूसरों पर आक्षेप करने वाली या मत-मतांतरों की आलोचना करने वाली कथा कहता है । महापुराण 1.135, 47.275, पद्मपुराण 106.92 आख्यान― (1) प्राचीन कालिक किसी राजा आदि की कथा । महापुराण 5.89,46.112-142
(2) पदगत गांधर्व की एक विधि । हरिवंशपुराण 19.149