उदित
From जैनकोष
(1) विजयार्ध पर्वत के तडिदंगद विद्याधर और उसकी भायी श्रीप्रभा का पुत्र । इसने पूर्वजन्म में मुनियों पर आये उपसर्ग से उनकी रक्षा की थी । पद्मपुराण 5.352-353
(2) पदि्मनी नगरी के राजा विजयपर्वत के दूत अमृतस्वर का प्रथम पुत्र, मुदित का सहोदर । पद्मपुराण 39.84-86 दीक्षित अवस्था में वसुभूति के जीव द्वारा किये गये उपसर्ग को इसने सहन किया था । भील ने उपसर्ग काल में इसकी रक्षा की थी । इसने भी पक्षी की पर्याय में भील के प्राण बचाये थे । पद्मपुराण 39. 84-86, 128-140