कार्तिकेयानुप्रेक्षा
From जैनकोष
आ॰ कुमार कार्तिकेय (ई॰श॰ २ मध्य) द्वारा रचित वैराग्य भावनाओं का प्रतिपादक प्राकृत गाथा बद्ध ग्रन्थ। इसमें ४९१ गाथाएँ हैं। इस पर आ॰ शुभचन्द्र (ई॰१५१६-१५५६) ने संस्कृत में टीका लिखी है। तथा पं॰ जयचन्द छाबड़ा (ई॰ १८०९) ने भाषा टीका लिखी है।
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