खड्गसेन
From जैनकोष
नारनौल वासी लूणराज के पुत्र एक हिन्दी कवि जो पीछे लाहौर रहने लगे थे। वि० १७१३ में त्रिलोक दर्पण लिखा। समय वि०१६६०-१७२० (ई०१६०३-१६६३)। (ती०/४/२८०)।
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नारनौल वासी लूणराज के पुत्र एक हिन्दी कवि जो पीछे लाहौर रहने लगे थे। वि० १७१३ में त्रिलोक दर्पण लिखा। समय वि०१६६०-१७२० (ई०१६०३-१६६३)। (ती०/४/२८०)।
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