वाद्यगोष्ठी
From जैनकोष
मनोरंजन के विविध साधनों में एक साधन-वादकों की सभा । इसमें वादक वाद्य-संगीत के द्वारा श्रोताओं का मनोरंजन करते हैं । वृषभदेव के समय से ही ऐसी गोष्ठियाँ होती रही हैं । महापुराण 12. 188, 14.192
मनोरंजन के विविध साधनों में एक साधन-वादकों की सभा । इसमें वादक वाद्य-संगीत के द्वारा श्रोताओं का मनोरंजन करते हैं । वृषभदेव के समय से ही ऐसी गोष्ठियाँ होती रही हैं । महापुराण 12. 188, 14.192