विजयघोष
From जैनकोष
(1) चक्रवर्ती भरतेश और तीर्थंकर अरनाथ के बारह नगाड़ेपटहवाद्य । महापुराण 37.183, पांडवपुराण 7.24
(2) राजा अर्ककीर्ति का हाथी । अर्ककीर्ति इसी हाथी पर बैठकर राजा अकंपन पर आक्रमण करने निकला था । महापुराण 44.84-85 पांडवपुराण 3.85
(3) एक शख । यह वराहवासिनी एक देवी के द्वारा प्रद्युम्न को दिया गया था । महापुराण 72.108-110