प्रदीपांग
From जैनकोष
भोगभूमि में प्राप्त दस प्रकार के कल्पवृक्षों में एक विशिष्ट जाति के कल्पवृक्ष । इनकी दीपकों जैसी आभा वाली शाखाएँ होती है तथा इनके पत्ते कमल की कलियों जैसे होते हैं । हरिवंशपुराण 7.81-83
भोगभूमि में प्राप्त दस प्रकार के कल्पवृक्षों में एक विशिष्ट जाति के कल्पवृक्ष । इनकी दीपकों जैसी आभा वाली शाखाएँ होती है तथा इनके पत्ते कमल की कलियों जैसे होते हैं । हरिवंशपुराण 7.81-83