द्रव्यत्व
From जैनकोष
वैशे.द./1/2/11/46 अनेकद्रव्यत्त्वे द्रव्यत्वमुक्तम् । =अनेक द्रव्यों में रहने वाला एक तथा नित्य धर्म, जिसके द्वारा द्रव्य की गुण व कर्म (पर्याय) से पृथक् पहचान होती है।
वैशे.द./1/2/11/46 अनेकद्रव्यत्त्वे द्रव्यत्वमुक्तम् । =अनेक द्रव्यों में रहने वाला एक तथा नित्य धर्म, जिसके द्वारा द्रव्य की गुण व कर्म (पर्याय) से पृथक् पहचान होती है।