तक्षक: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1">(1) खदिर अटवी की एक शिखा । ज्योतिदेव धूमकेतु ने प्रद्युम्न को इसी के नीचे दबाया था । <span class="GRef"> महापुराण 72.47-53 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText">(1) खदिर अटवी की एक शिखा । ज्योतिदेव धूमकेतु ने प्रद्युम्न को इसी के नीचे दबाया था । <span class="GRef"> महापुराण 72.47-53 </span></p> | ||
<p id="2">(2) एक नागदेव । खंडकवन में अर्जुन द्वारा छोड़े गये अग्नि-बाण से लगी हुई आग को देखकर यह क्षुब्ध हुआ । अर्जुन से इसने युद्ध किया । इस युद्ध में यह परास्त हुआ । <span class="GRef"> पांडवपुराण 16.77-90 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) एक नागदेव । खंडकवन में अर्जुन द्वारा छोड़े गये अग्नि-बाण से लगी हुई आग को देखकर यह क्षुब्ध हुआ । अर्जुन से इसने युद्ध किया । इस युद्ध में यह परास्त हुआ । <span class="GRef"> पांडवपुराण 16.77-90 </span></p> | ||
<p id="3">(3) बढ़ई । आदिपुराण कालीन शिल्पी । यह लकड़ी का काम करता है । आ0 पु0 प्रशस्ति</p> | <p id="3" class="HindiText">(3) बढ़ई । आदिपुराण कालीन शिल्पी । यह लकड़ी का काम करता है । आ0 पु0 प्रशस्ति</p> | ||
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Latest revision as of 15:10, 27 November 2023
(1) खदिर अटवी की एक शिखा । ज्योतिदेव धूमकेतु ने प्रद्युम्न को इसी के नीचे दबाया था । महापुराण 72.47-53
(2) एक नागदेव । खंडकवन में अर्जुन द्वारा छोड़े गये अग्नि-बाण से लगी हुई आग को देखकर यह क्षुब्ध हुआ । अर्जुन से इसने युद्ध किया । इस युद्ध में यह परास्त हुआ । पांडवपुराण 16.77-90
(3) बढ़ई । आदिपुराण कालीन शिल्पी । यह लकड़ी का काम करता है । आ0 पु0 प्रशस्ति