अंजनशैल
From जैनकोष
विदेह क्षेत्रस्य भद्रशाल वन में एक दिग्गजेंद्र पर्वत - देखें लोक - 5.3।
देवकुरु में सीतोदा नदी के पूर्व व पश्चिम में क्रम से स्वस्तिक, अंजन, भद्रशाल वन में सीतोदा के दक्षिण व उत्तर तट पर अंजन व कुमुद; उत्तरकुरु में सीता नदी के पश्चिम व पूर्व में अवतंस व रोचन, तथा पूर्वी भद्रशाल वन में सीता नदी के उत्तर व दक्षिण तट पर पद्मोत्तर व नील नामक दिग्गजेंद्र पर्वत हैं। (तिलोयपण्णत्ति/4/2103 +2122+2130+2134); (राजवार्तिक/3/10/13/178/6 ); (हरिवंशपुराण - 5.205-209 ); (त्रिलोकसार/661-662 ); (जंबूद्वीपपण्णत्तिसंगहो/4/74-75)