अनिकाचित
From जैनकोष
अग्रायणीयपूर्व की पंचम वस्तु के कर्मप्रकृति नाम के चतुर्थ प्राभृत के चौबीस योगद्वारों में इस नाम का बाईसवां योगद्बार । हरिवंशपुराण - 10.81-86 देखें अग्रायणीयपूर्व
अग्रायणीयपूर्व की पंचम वस्तु के कर्मप्रकृति नाम के चतुर्थ प्राभृत के चौबीस योगद्वारों में इस नाम का बाईसवां योगद्बार । हरिवंशपुराण - 10.81-86 देखें अग्रायणीयपूर्व