अभिषवाहार
From जैनकोष
उपभोग-परिभोग-परिमाणव्रत के पाँच अतिचारों में चौथा अतिचार । (गरिष्ठ पदार्थों का सेवन करना) । हरिवंशपुराण - 58.182
उपभोग-परिभोग-परिमाणव्रत के पाँच अतिचारों में चौथा अतिचार । (गरिष्ठ पदार्थों का सेवन करना) । हरिवंशपुराण - 58.182