अमितसेना
From जैनकोष
एक गणिनी । इसने पुष्करवरद्वीप में स्थित वीतशोक नगर क राजा चक्रध्वज की रानी कनकमालिका और उसकी दोनों पुत्रियों कनकलता और पद्मलता को उपदेश दिया था जिसके प्रभाव से वे तीनों मरकर प्रथम स्वर्ग मे देव हुई थी । महापुराण 62.364-367
एक गणिनी । इसने पुष्करवरद्वीप में स्थित वीतशोक नगर क राजा चक्रध्वज की रानी कनकमालिका और उसकी दोनों पुत्रियों कनकलता और पद्मलता को उपदेश दिया था जिसके प्रभाव से वे तीनों मरकर प्रथम स्वर्ग मे देव हुई थी । महापुराण 62.364-367