इंद्रोपपाद
From जैनकोष
गर्भान्वयादि की 53 क्रियाओं में से एक इंद्रोपपपाद क्रिया है, (उपरोक्त) तप के प्रभाव से वैमानिक देवों के इंद्र रूप से उत्पाद होना। महापुराण/38/190-194।
-अधिक जानकारी के लिये देखें संस्कार - 2।
गर्भान्वयादि की 53 क्रियाओं में से एक इंद्रोपपपाद क्रिया है, (उपरोक्त) तप के प्रभाव से वैमानिक देवों के इंद्र रूप से उत्पाद होना। महापुराण/38/190-194।
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