इच्छापरिमाण
From जैनकोष
पाँचवाँ अणुव्रत । इसमें स्वर्ण, दास, गृह, खेत आदि का संकल्पपूर्वक परिमाण कर लिया जाता है । हरिवंशपुराण - 58.142
पाँचवाँ अणुव्रत । इसमें स्वर्ण, दास, गृह, खेत आदि का संकल्पपूर्वक परिमाण कर लिया जाता है । हरिवंशपुराण - 58.142