कुलिंगी
From जैनकोष
कुशास्त्रों से प्रभावित व्यक्ति । यह कलुषित क्रियावान्, दंभी, अनेक मिथ्या क्रियाओं में विश्वास करने वाला और मृगचर्म आदि का सेवन करने वाला होता है । महापुराण 39-20, महापुराण 119.58-60
कुशास्त्रों से प्रभावित व्यक्ति । यह कलुषित क्रियावान्, दंभी, अनेक मिथ्या क्रियाओं में विश्वास करने वाला और मृगचर्म आदि का सेवन करने वाला होता है । महापुराण 39-20, महापुराण 119.58-60