तमिस
From जैनकोष
विजयार्ध की एक गुहा । यह पर्वत की चौड़ाई के समान लंबी, आठ योजन ऊँची, बारह योजन चौड़ी है । उसके कपाट वज्र-निर्मित है । इसके तल प्रदेश में सिंधु नदी बहती है । महापुराण 32. 6-9, हरिवंशपुराण - 11.21
विजयार्ध की एक गुहा । यह पर्वत की चौड़ाई के समान लंबी, आठ योजन ऊँची, बारह योजन चौड़ी है । उसके कपाट वज्र-निर्मित है । इसके तल प्रदेश में सिंधु नदी बहती है । महापुराण 32. 6-9, हरिवंशपुराण - 11.21