धूमसिंह
From जैनकोष
विजयार्ध पर शिवमंदिर नगर के राजपुत्र अमितगति का मित्र एक विद्याधर । इसने राजकुमार अमितगति को कीलकर उसकी प्रेयसी को हर लिया था, जिसे राजकुमार ने बाद में छुड़ा लिया था । हरिवंशपुराण - 21.22-28
विजयार्ध पर शिवमंदिर नगर के राजपुत्र अमितगति का मित्र एक विद्याधर । इसने राजकुमार अमितगति को कीलकर उसकी प्रेयसी को हर लिया था, जिसे राजकुमार ने बाद में छुड़ा लिया था । हरिवंशपुराण - 21.22-28