नागदत्ता
From जैनकोष
(1) तीर्थंकर धर्मनाथ की शिविका । वे इसमें बैठकर शालवन में गये थे और वहाँ उन्होंने दीक्षा ली थी । महापुराण 61.38
(2) कौमुदी नगर के राजा सुमुख की मदना नामक वेश्या की पुत्री । इसकी माँ ने एक तपस्वी के ब्रह्मचर्य की परीक्षा के लिए उसके पास इसे ही भेजा था । इसने तपसी का तप भंग करके राजा के समक्ष उसका अभिमान भंग करने में माँ का सहयोग किया था । पद्मपुराण - 39.180-212