पंचाश्चर्य
From जैनकोष
तीर्थंकरों और सिद्धि प्राप्त मुनियों को विधिपूर्वक आहार देने के पश्चात् होने वाली आश्चर्यकारी पाँच बातें― देवकृत रत्नवर्षा, पुष्पवर्षा, गंधोदकवृष्टि, शीतल, मंद और सुगंधित वायुप्रवाह और अहोदानं अहोदानं की ध्वनि । महापुराण 8.172-175, हरिवंशपुराण - 9.190-195