महारक्ष
From जैनकोष
लंका के राजा मेघवाहन और रानी सुप्रभा का पुत्र । पिता के दीक्षित होने पर इसे राज्य प्राप्त हुआ था । रानी विमलाभा से उत्पन्न अमररक्ष, उदधिरक्ष और भानुरक्ष इसके तीन पुत्र थे । प्रमदवन में कमलसंपुट के भीतर एक मृत भ्रमर देखकर यह विषयो से विरक्त हुआ । इसने ज्येष्ठ पुत्र अमररक्ष को राज्य दिया और भानुरक्ष को युवराज बनाया था तथा स्वयं संयमी हो गया था । अंत में समाधि मरण कर यह उत्तम देव हुआ । पद्मपुराण - 5.179-183,पद्मपुराण - 5.239,पद्मपुराण - 5.243-244, 305-314, 360-362, 365