माधवसेन
From जैनकोष
माथुर संघ की गुर्वावली के अनुसार आप नेमिषेण के शिष्य तथा श्रावकाचार के कर्ता अमितगति के गुरु थे। समय–वि. 1020-1060 (ई. 963-1007)–देखें इतिहास - 7.11। (अमितगति श्रावकाचार की प्रशस्ति); (यो.सा./अमितगति/प्र.2/पं. गजाधर लाल)।
माथुर संघ की गुर्वावली के अनुसार आप नेमिषेण के शिष्य तथा श्रावकाचार के कर्ता अमितगति के गुरु थे। समय–वि. 1020-1060 (ई. 963-1007)–देखें इतिहास - 7.11। (अमितगति श्रावकाचार की प्रशस्ति); (यो.सा./अमितगति/प्र.2/पं. गजाधर लाल)।