माया-क्रिया
From जैनकोष
सांपरायिक आस्रवकारी पच्चीस क्रियाओं में तैवीसवीं क्रिया-ज्ञान, दर्शन आदि के संबंध में वंचना-प्रवृत्ति । हरिवंशपुराण - 58.80
सांपरायिक आस्रवकारी पच्चीस क्रियाओं में तैवीसवीं क्रिया-ज्ञान, दर्शन आदि के संबंध में वंचना-प्रवृत्ति । हरिवंशपुराण - 58.80