मुकुट
From जैनकोष
सिर का एक दैदीप्यमान आभूषण । यह मस्तक पर उसकी शोभा हेतु धारण किया जाता है । भोग-भूमियों में यह भूषणांग जाति के कल्पवृक्षों से प्राप्त हो जाता था । प्राचीन काल में इसका बड़ा महत्त्व था । राजा, महाराजा तथा विद्याधर इसे धारण करते थे । महापुराण 3.91, 130, 154, 5.4, 9.41, 10. 126, 15.5, 16. 234