रमण
From जैनकोष
वाराणसी के वैश्य धनदेव और जिनदत्ता का पुत्र । इसने सागरसेन मुनिराज से धर्म सुनकर मधु-मांस आदि का त्याग कर दिया था । सिंह के उपद्रव से यह मरकर अंत में यक्ष देव हुआ । महापुराण 76.319-331
वाराणसी के वैश्य धनदेव और जिनदत्ता का पुत्र । इसने सागरसेन मुनिराज से धर्म सुनकर मधु-मांस आदि का त्याग कर दिया था । सिंह के उपद्रव से यह मरकर अंत में यक्ष देव हुआ । महापुराण 76.319-331