विष्कंभ क्रम
From जैनकोष
पंचाध्यायी / पूर्वार्ध/174 विष्कंभ क्रम इति वा क्रम: प्रवाहस्य कारणं तस्य।=प्रतिसमय होने वाले द्रव्य के उत्पाद व्ययरूप प्रवाहक्रम में जो कारण स्वकालरूप अंशकल्पना है अथवा जो विष्कंभरूप क्रम है।...।174।
देखें क्रम - 2।