सुविशाल
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
नव ग्रैवेयक का तृतीय पटल व इंद्रक-देखें स्वर्ग - 5.3।
पुराणकोष से
(1) वृषभदेव के सडसठवें गणधर । हरिवंशपुराण - 12.67
(2) मध्यम ग्रैवेयक का तीसरा इंद्रक विमान । हरिवंशपुराण - 6.52
(3) सौधर्म स्वर्ग का एक विमान । मु0 36.105