स्वयंयरविधान
From जैनकोष
वर के अच्छे और बुरे लक्षण बताने वाला एक ग्रंथ । इसे राजा सगर ने अपने मंत्री से तैयार कराया था । इसका उद्देश्य सुलसा का मधुपिंगल से स्नेह हटाकर राजा सगर में उत्पन्न करना था । महापुराण 67.228-237,241-242
वर के अच्छे और बुरे लक्षण बताने वाला एक ग्रंथ । इसे राजा सगर ने अपने मंत्री से तैयार कराया था । इसका उद्देश्य सुलसा का मधुपिंगल से स्नेह हटाकर राजा सगर में उत्पन्न करना था । महापुराण 67.228-237,241-242