योगसार: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
mNo edit summary |
||
(One intermediate revision by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<ol class="HindiText"> | <ol class="HindiText"> | ||
<li> आ. | <li> आ. योगेंदुदेव (ई. श. 6) द्वारा रचित 108 दोहा प्रमाण अपभ्रंश आध्यात्मिक ग्रंथ । (ती./2/251)। </li> | ||
<li> अमितगति (ई. 923-963) कृत संस्कृत | <li> अमितगति (ई. 923-963) कृत संस्कृत छंदबद्ध तत्त्वप्ररूपक ग्रंथ । 9 अधिकार, 540 श्लोक प्रमाण । </li> | ||
<li> योग | <li> योग चंद्र (ई. श. 12) कृत दोहासार । (देखें [[ योग चंद्र ]])। </li> | ||
<li> श्रुतकीर्ति (वि. श. 16 मध्य) कृत अपभ्रंश रचना । (ती./3/432)। </li> | <li> श्रुतकीर्ति (वि. श. 16 मध्य) कृत अपभ्रंश रचना । (ती./3/432)। </li> | ||
</ol> | </ol> | ||
Line 13: | Line 13: | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: य]] | [[Category: य]] | ||
[[Category: इतिहास]] |
Latest revision as of 13:31, 24 October 2022
- आ. योगेंदुदेव (ई. श. 6) द्वारा रचित 108 दोहा प्रमाण अपभ्रंश आध्यात्मिक ग्रंथ । (ती./2/251)।
- अमितगति (ई. 923-963) कृत संस्कृत छंदबद्ध तत्त्वप्ररूपक ग्रंथ । 9 अधिकार, 540 श्लोक प्रमाण ।
- योग चंद्र (ई. श. 12) कृत दोहासार । (देखें योग चंद्र )।
- श्रुतकीर्ति (वि. श. 16 मध्य) कृत अपभ्रंश रचना । (ती./3/432)।